छत्तीसगढ़राजनीती

कर्ज का बोझ,यूरिया और खाद कमी और बढ़े दामों पर खरीदने की मज़बूरी से किसान चिंतित- सकील अंसारी

प्रदेश सरकार की नाकामी से सबका पेट भरने वाला किसान आज परेशान है

बलरामपुर (कुसमी) आम आदमी पार्टी जिला बलरामपुर के महासचिव (संगठन) व नगर पंचायत कुसमी के वार्ड क्र 07 के पार्षद सकील अंसारी ने छत्तीसगढ़ में यूरिया और डीएपी खाद की कमी पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सीजन के लिए किसानों ने करीब 1200 करोड रुपए का कर्ज लेकर धान और अन्य फसलों की बुवाई की है लेकिन सही समय पर यूरिया और डीएपी खाद की कमी से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं, आज जो यूरिया और खाद की कमी हुई है इसमें सरकार की नाकामी है। कृषि विभाग ने यूरिया और खाद की आपूर्ति के लिए कोई योजना नहीं बनाई। प्रदेश के कुछ जगहों पर परेशान किसानों द्वारा आत्महत्या करने की भी कोशिश की है। लेकिन सरकार को किसानों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है, सरकार के मंत्री अधिकारी सिर्फ कार्यक्रमों में ही व्यस्त हैं। बैनर पोस्टर वाली इस साय सरकार को किसान आने वाले चुनाव में जरूर सबक सिखाएंगे।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

बारिश के इस महत्वपूर्ण समय में खाद की अनुपलब्धता से फसल उत्पादन पर असर पड़ने का भी खतरा मंडरा रहा है अब तक किसानों की जरूरत का आधा या उससे भी कम खाद मिल पाया है जिससे उनकी मेहनत और लागत पर संकट छाया हुआ है। छत्तीसगढ़ की कृषि विभाग द्वारा सभी जिलों की अधिकतर सहकारी समितियां में यूरिया और डीएपी का पर्याप्त भंडारण नहीं किया जा सका। इसलिए आज किसानों को 266 रूपये में मिलने वाला यूरिया 1000 और 1350 रुपए प्रति बैग वाली डीएपी को 2000 रूपये में निजी विक्रेताओं से मजबूरी में खरीदना पड़ रहा है।

  रोजगार प्लेसमेंट कैंप का आयोजन 13 अगस्त को

बुवाई के बाद फसलों को बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है समय पर खाद न मिलने से पौधों का विकास रुक जाता है। इस सीजन में किसानों ने धान के अलावा दलहन और तिलहन की फसलें लगा रखी हैं मानसून में मौसम अनुकूल होने के बावजूद खाद की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यदि अगले एक सप्ताह में खाद की आपूर्ति सामान्य नहीं हुई तो फसलों की पैदावार पर गंभीर असर पड़ सकता है कर्ज के बोझ तले दबे किसान सरकार और प्रशासन की अनदेखी से परेशान हैं।

प्रदेश सरकार की नाकामी से सबका पेट भरने वाला किसान आज परेशान है,प्रदेश के कई जिलों में कम वर्षा के कारण खेतों में दरारे पड़ रहीं हैं अगर किसानों को समय पर यूरिया और खाद मिल जाता तो शायद ये स्थिति ना होती। सरकार की गैर जिम्मेदारी से किसान अगर आत्महत्या को मजबूर होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

आम आदमी पार्टी राज्य में किसानों को हो रही इन परेशानियों पर सरकार का विरोध करती है और यदि जल्द ही सरकार ने किसानों की परेशानियां दूर नहीं की तो आम आदमी पार्टी किसानों के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी।

 

Was this article helpful?
YesNo

Live Cricket Info

Vijay Singh

विजय सिंह, समीक्षा न्यूज़ के मुख्य संपादक हैं। एवं वर्षों से निष्पक्ष, सत्य और जनहितकारी पत्रकारिता के लिए समर्पित एक अनुभवी व जिम्मेदार पत्रकार के रूप में कार्यरत हूँ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button