
बलरामपुर, छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती महोत्सव अंतर्गत जिले के बाजारपारा स्थित ऑडिटोरियम भवन में मेगा हेल्थ कैम्प एवं महिलाओं का तीजा-पोरा उत्सव हर्षाेल्लास और गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। आयोजन में स्वास्थ्य सेवाओं और छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला।
मेगा हेल्थ कैम्प में जिला चिकित्सालय एवं विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया। रक्तचाप, शुगर, संबंधी समस्याओं, महिला एवं बाल स्वास्थ्य सहित बीमारियों की जांच कर तत्काल परामर्श और दवाइयां प्रदान की गई। तीजा-पोरा पर्व के अवसर पर महिलाओं ने छत्तीसगढ़ी व्यंजन, मेहंदी और आकर्षक रंगोली बनायी। ठेठरी-खुरमी, फरा, गुलगुला और अरसा जैसे पारंपरिक व्यंजनों की प्रदर्शनी ने सबका मन मोह लिया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और पारंपरिक गीतों ने वातावरण को पूरी तरह उत्सवमय बना दिया।
मुख्य अतिथि सामरी विधायक उद्देश्वरी पैकरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर हम रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के निर्माण में यह 25 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण रहे, जिनमें राज्य ने हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए। राज्य सरकार हर वर्ग के विकास के लिए निरंतर कार्यरत है। कार्यक्रम में उन्होंने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक एवं सांस्कृतिक पर्वों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये तीज त्यौहार हैं जो संस्कृति को जीवंत रखे हुए हैं। उन्होंने तीज पर्व के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी बहनें अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं तथा पारंपरिक व्यंजन बनाकर भगवान भोलेनाथ की आराधना और परिवार के सुख समृद्धि की कामना भी करती हैं। उन्होंने सभी को तीजा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों की इस यात्रा में सांस्कृतिक धरोहरों एवं परंपराओं को संरक्षित रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। पहले जिला मुख्यालय न होने से छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए अंबिकापुर जाना पड़ता था, परंतु अब वे सभी कार्य बलरामपुर में ही संपन्न हो रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी जिले ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने बताया कि रजत महोत्सव में सभी विभाग अपनी 25 वर्षों की उपलब्धियों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जनता तक पहुंचाएंगे। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि “कुपोषण हटाने के लिए शासकीय योजनाओं के साथ-साथ महिलाओं को स्वयं भी अपने और बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान देना होगा। बच्चों को बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थों की बजाय घर का पौष्टिक आहार देना चाहिए, ताकि वे सुपोषित हो सकें और इसकी शुरुआत घर से ही करनी होगी। उन्होंने तीजा पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी को शुभकामनाएं भी दी।
जिला पंचायत अध्यक्ष हीरामणि निकुंज ने आयोजन को रजत जयंती वर्ष का गर्वपूर्ण अवसर बताते हुए सभी बधाई और शुभकामनाएं दी। महिलाओं ने सामूहिक गीतों और पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से तीजा पर्व का उल्लास साझा किया और सभी ने मिलकर “स्वस्थ तन, समृद्ध संस्कृति और सशक्त समाज” का संदेश दिया।
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