
बलरामपुर, ग्राम बुलगांव में रिंकू सिंह की सुबह पहले जैसी ही होती थी जहां काम की चिंता, खर्चों का हिसाब और बच्चों की जरूरतों की लंबी सूची। लेकिन जब रिंकू सिंह के खाते में हर महीने एक निश्चित तारीख को हजार रुपये आने लगे, तो अब घर का राशन अधूरा नहीं रहता और बच्चों की पढ़ाई के छोटे-छोटे खर्च समय पर पूरे हो जाते हैं।
विकासखंड बलरामपुर के ग्राम बुलगांव में खेती-बाड़ी से घर चलाने वाली रिंकू सिंह के लिए छोटी जरूरतें अक्सर बड़ी परेशानी बन जाया करती थीं। लेकिन अब हालात बदले हैं। वे कहती हैं कि राशन लाते समय अब मन में डर नहीं रहता। अब किसी से उधार मांगने की आवश्यकता नहीं पड़ती। जरूरत होने पर अपने पैसे काम आ जाते हैं। बच्चों को कॉपी-किताब चाहिए हो या घर में कोई जरूरी सामान, अब सोच-विचार कम करना पड़ता है। क्यों कि महतारी वंदन योजना से हर महीने मिलने वाली राशि से सहारा मिला है।
रिंकू कहती है कि महतारी वंदन योजना ने केवल खर्चों का हल नहीं दिया, बल्कि जीवन जीने का तरीका बदल दिया है। घर में फैसलों में उनकी हिस्सेदारी बढ़ी है और अब चिंता की जगह आत्मविश्वास है। महतारी वंदन योजना से रिंकू सिंह जैसी कई महिलाओ को सही समय पर मिला छोटा सा सहारा भी उनके जीवन को नई दिशा दे रहा है और उनके उज्ज्वल भविष्य की नई कहानी गढ़ रहा है।
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