बलरामपुर में छठ महापर्व की तैयारियों में तेजी, मां सिंदूर नदी तट सज रहा भव्य उत्सव के लिए
मां सिंदूर नदी तट पर छठ महापर्व: श्रद्धालुओं के स्वागत को तैयार घाट और रोशनी

बलरामपुर@ सूर्य उपासना का अनुपम लोकपर्व छठ महापर्व इस वर्ष भी बलरामपुर जिला मुख्यालय के मां सिंदूर नदी तट पर पूरे उल्लास भव्यता के साथ मनाया जाएगा। जैसे-जैसे पर्व नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे तैयारियों की रफ्तार भी तेज हो गई है। छठ पूजा समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह (पंमू) एवं समिति के सदस्य पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ घाटों के सौंदर्यीकरण व आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं
जेसीबी और पोकलेन मशीनों की मदद से नदी किनारे के घाटों को समतल किया जा रहा है। बालू बिछाकर श्रद्धालुओं के लिए साफ-सुथरा और सुरक्षित घाट तैयार किया जा रहा है। समिति द्वारा घाटों पर रोशनी, रंग-रोगन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
हर वर्ष से अधिक भव्य आयोजन की तैयारी
समिति के श्री सिंह ने बताया कि इस वर्ष छठ महापर्व को पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक भव्य रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि “हमारी पूरी टीम लगातार जुटी हुई है और श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। इस बार मां सिंदूर नदी के तट पर लगभग एक हजार से अधिक छठव्रती पहुंचेंगे और 25 से 30 हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति की संभावना है।
गंगा आरती और जगराता बनेगा विशेष आकर्षण
इस वर्ष का मुख्य आकर्षण होगा भव्य गंगा आरती और जगराता कार्यक्रम। समिति ने जानकारी दी कि रायपुर से विशेष टीम आमंत्रित की गई है, जो भक्ति गीतों और भजनों की प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भावविभोर करेगी। पूरा वातावरण भक्ति रस से सराबोर रहेगा। गंगा आरती की दिव्य छटा और दीपों की झिलमिलाहट मां सिंदूर नदी तट को एक अद्भुत आस्था स्थल में परिवर्तित कर देगी।
श्रद्धा और उत्साह का संगम
बलरामपुर जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि आसपास के ग्रामों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पर्व में भाग लेने आते हैं। व्रती महिलाएं कठोर उपवास रखकर अस्ताचलगामी सूर्य और उदयाचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती हैं। घाटों पर छठ गीतों की मधुर ध्वनि माहौल को भक्तिमय बना देती है।
Live Cricket Info